देहरादून :- घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में ₹50 की वृद्धि और पेट्रोल-डीज़ल पर ₹2 प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के केंद्र सरकार के ताज़ा फैसले ने देश की आम जनता पर एक और आर्थिक प्रहार किया है। यह निर्णय न केवल जनविरोधी है, बल्कि केंद्र सरकार की जनविमुख आर्थिक नीतियों का प्रत्यक्ष प्रमाण भी है।
कांग्रेस देहरादून महानगर के पूर्व अध्यक्ष लाल चंद शर्मा ने उक्त निर्णय की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि एक ओर देश की जनता पहले ही महंगाई, बेरोज़गारी और गिरती आय के चलते त्रस्त है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार निरंतर ऐसे फैसले ले रही है जो आम जनमानस के लिए पीड़ा का कारण बन रहे हैं।
उन्होंने कहा कि घरेलू रसोई गैस की कीमतों में ₹50 की यह बढ़ोतरी सीधे तौर पर गृहणियों की रसोई पर हमला है। जिन मध्यमवर्गीय और निम्नवर्गीय परिवारों की रसोई पहले ही बजट से बाहर हो चुकी है, उनके लिए अब भोजन पकाना भी मुश्किल होता जा रहा है। उज्ज्वला योजना के नाम पर जिन करोड़ों गरीब महिलाओं को सिलेंडर का सपना दिखाया गया था, आज वही महिलाएं पुनः लकड़ी और चूल्हे की ओर लौटने को मजबूर हैं।
लाल चंद शर्मा ने कहा कि पेट्रोल और डीज़ल पर ₹2 प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाना, परिवहन लागत को सीधा प्रभावित करेगा, जिससे खाद्य वस्तुओं से लेकर दैनिक उपयोग की सभी जरूरी चीज़ों के दाम और बढ़ेंगे। इसका व्यापक असर महंगाई दर पर पड़ेगा, जिससे देश का आम नागरिक और अधिक त्रस्त होगा। कांग्रेस पार्टी यह पूछना चाहती है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर या कम हो रही हैं, तब केंद्र सरकार बार-बार टैक्स बढ़ाकर आम जनता की जेब क्यों काट रही है? वर्ष 2014 में जब यूपीए सरकार ने सत्ता छोड़ी थी, उस समय पेट्रोल ₹71 और डीज़ल ₹57 प्रति लीटर था, जबकि कच्चे तेल की कीमतें $100 प्रति बैरल के आसपास थीं। आज जब कच्चा तेल $80 प्रति बैरल से नीचे है, तो जनता को राहत देने के बजाय उन पर करों का बोझ क्यों डाला जा रहा है? उन्होंने यह भी कहा कि यह सरकार ‘जनधन’ के नाम पर जनता को धोखा दे रही है और ‘अच्छे दिनों’ के वादे अब केवल मज़ाक बन कर रह गए हैं। गरीब, किसान, मध्यमवर्ग, छोटे व्यापारी – सभी इस सरकार की नीतियों से परेशान हैं।
कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि केंद्र सरकार इस जनविरोधी बढ़ोतरी को तुरंत प्रभाव से वापस ले और जनता को राहत देने के लिए ईंधन तथा रसोई गैस की कीमतों में तत्काल कटौती करे। देश की जनता अब इस सरकार की असंवेदनशीलता को समझ चुकी है और आने वाले समय में इसका करारा जवाब देगी।