देहरादून/नई दिल्ली :- भारत ने पहलगाम हमले के बाद सख्त रुख दिखाया है। आतंकवाद के मसले पर 35 सालों में कश्मीर में पहली बार बंद का सफल आयोजन किया गया। घाटी की दोनों बड़ी सियासी पार्टियों NC और PDP ने पहलगाम आतंकी हमले को मानवता और कश्मीरियत के खिलाफ बताया है। पीएम मोदी सऊदी अरब का दौरा रद्द करके वापस दिल्ली लौटे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट (CCS) की मीटिंग में 5 बड़े फैसले लिए गए हैं। पीएम आवास पर मोदी की अध्यक्षता में CCS की बैठक ढाई घंटे चली। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएस अजित डोभाल समेत कई अफसर मौजूद रहे।
पांच बड़े फैसले-
1- सिंधु जल समझौता रोक दिया है।
2- अटारी बॉर्डर से आवाजाही बंद कर दी गई है।
3- पाकिस्तानियों का वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द। 48 घंटे में देश छोड़ें।
4- पाकिस्तान में भारतीय दूतावास बंद और भारत में भी पाकिस्तानी दूतावास बंद। 7 दिन में देश छोड़ें पाकिस्तानी राजनायिक।
5- किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को अगले फैसले तक भारतीय वीजा नहीं।
वहीं, सरकार ने गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। उधर, पहलगाम के बैसरन में आतंकी हमले के दूसरे दिन बुधवार को श्रीनगर से दिल्ली तक बैठकों का दौर चला।
आपको बता दें, पहलगाम हमले में 27 लोगों की मौत हुई है। 20 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमला उस वक्त किया गया, जब बैसरन घाटी में बड़ी तादाद में पर्यटक मौजूद थे। मृतकों में UP, गुजरात, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा के पर्यटक हैं। नेपाल और UAE के एक-एक टूरिस्ट और 2 स्थानीय भी मारे गए। इधर, सुरक्षा और इंटेलिजेंस एजेंसियों ने पहलगाम अटैक के संदिग्ध आतंकियों के स्केच जारी किए हैं। इनके नाम आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबु तल्हा बताए गए हैं। इंटेलिजेंस सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टर माइंड लश्कर-ए तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्लाह खालिद है, जो पाकिस्तान में मौजूद है। शुरुआती जांच में पता चला है कि हमले में पांच आतंकी शामिल थे। इनमें से दो लोकल और ती पाकिस्तानी आतंकी थे।
