देहरादून :- गुरुवार को पुरानी जेल परिसर में स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री भारत रत्न पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती वर्ष के अवसर पर पूर्व काबीना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने बतौर मुख्य अतिथि व पूर्व महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लाल चंद शर्मा सहित सैकड़ों कांग्रेसजनों ने प्रतिभाग कर पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व काबीना मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि पण्डित जवाहर लाल नेहरू जी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान किये त्याग और योगदान पर हमें गर्व है। उन्होंने प्रगतिशील, धर्मनिरपेक्ष और आधुनिकि भारत की जो आधारशिला रखने में योगदान दिया उसके लिए हम सब भारतवासी उन्हें कृतज्ञता से याद करते हुए नमन करते हैं। पंडित जवाहरलाल नेहरू के पंचशील के सिद्धांत आज भी पूरी दुनिया को शांति का संदेश देते हैं। उन्होंने संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में समाजवाद, लोकतंत्र व नियोजन का नया प्रयोग किया था जिससे पूरे विश्व में लोकतंत्र की बयार कोे नई दिशा मिली थी। उन्होंने सार्वजनिक क्षेत्र के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करते हुए भारत के औद्योगिक विकास की मजबूत नींव खड़ी की थी। आजाद भारत की मजबूत अर्थ व्यवस्था की बुनियाद उनके कुशल नेतृत्व व दूरदृष्टि व विकास की सोच के कारण ही पड़ पाई थी। पंडित नेहरू ने पूरे विश्व में भारत के विकास का एक नया माॅडल प्रस्तुत किया था। आज भी उन्हें पूरे विश्व में मिश्रित अर्थ व्यवस्था का जनक माना जाता है।
पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू जी एवं उनके द्वारा किये गये कार्यों तथा उनकी स्मृतियों को मिटाने के लिए कुछ शक्तियां जो इस समय सत्ता मद में चूर हैं, अनेकानेक कुत्सित प्रयास कर रही है, हमें उनके इस कुप्रयास का जवाब देना है। उन्होंने कहा कि जो लोग आज भारत की राजनीति से कांग्रेस को मुक्त करने की बात कर रहे है, उन्हें हिन्दुस्तान की जनता समय-समय पर जवाब दे रही है एक समय वे भारत की राजनीति से स्वयं मुक्त हो जायेंगे।
पूर्व विधायक राजकुमार ने अपने संबोधन में कहा कि आधुनिक भारत के निर्माता पंडित नेहरू बहुलतावादी समाज, लोकतंत्र और सामाजिक न्याय तथा साझा समृद्धि के लिए राष्ट्र के संसाधनों पर समान अधिकार और अवसर के पक्षधर थे। उन्होंने भारत की एकता, सम्प्रभुता और अखण्डता को अक्षुण्ण बनाये रखने तथा विभाजनकारी विचारधारा की राजनैतिक शक्तियों का मुकाबला करने का मार्ग दिखाया तथा गुटनिरपेक्ष आन्दोलन का सूत्रपात किया तथा विश्व के राष्ट्रों में भारत के गौरव को बढ़ाकर विश्व नेतृत्व की भूमिका में खड़ा किया। हमे उनके दिखाये मार्ग पर चलकर साम्प्रदायिकता, घृणा और हिंसा को बढ़ावा देने का काम करने वाली शक्तियों का डटकर मुकालबा करना है।
नेहरू ब्रिगेड द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत किया गया तत्पश्चात मिस्ठान वितरण किया गया।
इस अवसर पर अर्जुन सोनकर अनूप कपूर, सोम प्रकाश वाल्मीकि, वीरेंद्र बिष्ट, जगदीश प्रसाद नौटियाल, सुनील कुमार बांगा, प्रियांशु शर्मा, अलका जदली, सुरेश कुमार, अर्जुन सोनकर, पंकज गुसाई, राजेंद्र सिंह घई, विवेक, अर्जुन नेगी, शिखा शर्मा, रोहित पाल, शौर्य शर्मा, हिमांशु लोधी, विजेंदर पाल सिंह, अशरेश अली, अजीम अली, परिषाख शर्मा आदि मौजूद रहे।