देहरादून :- रंगमंच एवं लोक कला प्रदर्शनकारी विभाग दून विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा गायत्री टम्टा को रंगमंच में एक महिला रंगकर्मी के रूप में उत्कृष्ट कार्य के लिए सावित्री बाई फुले फेलोशिप पुरस्कार से नवाजा गया । पुरस्कार उन्हें अखिल भारतीय दलित साहित्य सम्मेलन द्वारा दिया गया।
गायत्री विगत कई वर्षों से रंगमंच गतिविधियों से संबंधित रही है । और उत्तराखंड में लगभग सभी सांस्कृतिक आयोजनों का हिस्सा बनी है।
इस अवसर पर दून विश्वविद्यालय की कुलपति डॉक्टर सुरेखा डंगवाल जी ने भी गायत्री को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया है।
विभाग के कार्डिनेटर प्रो एच सी पुरोहित ने कहा कि रंगमंच विभाग के छात्र छात्राएं और कला संस्कृति के क्षेत्र में कई उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं । रंगमंच विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर अजीत पवार और प्रो कैलाश कंडवाल ने इसे एक बड़ी उपलब्धि मानते हुए अन्य छात्र छात्राओं के लिए प्रेरणा बताया है।