देहरादून:- लोकसभा चुनाव के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। इसके तहत उत्तराखंड की पांचो लोकसभा सीटों पर पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी बीवीआरसी पुरुषोत्तम और एडीजी लॉ एंड आर्डर एपी अंशुमान ने चुनाव को लेकर मीडिया को जानकारी दी। पहले चरण के लिए 20 मार्च से नामांकन पत्रों की बिक्री की प्रक्रिया शुरू होगी। 27 मार्च नामांकन की आखिरी तारीख है। और 28 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 30 मार्च को नाम वापसी की अंतिम तारीख है। लोकसभा चुनाव को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का एलान किया गया।
उत्तराखंड में पहले चरण में 19 अप्रैल को पांचों सीटों पर मतदान होगा 4 जून को मतगणना होगी।
2019 में भी उत्तराखंड में पहले चरण में ही 11 अप्रैल को वोटिंग हुई थी।
चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की सभी तैयारी पूरी।
राज्य में कुल मतदाताओं की 83,71,207 संख्या है।
नामांकन से एक दिन पहले तक मतदाता दर्ज करा सकते हैं अपना नाम।
निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान प्रतिशत 70 प्रतिशत से अधिक करने का रखा गया है लक्ष्य।
राज्य में कुल 11 हजार 729 बनाए गए हैं मतदान केंद्र।
2019 में 61 प्रतिशत रहा था मतदान प्रतिशत।
प्रदेश में 11729 पोलिंग बूथ हैं।
30 पोलिंग बूथ ऐसे जहां के लिए 3 दिन पहले होंगी पोलिंग पार्टियां रवाना।
1410 संवेदनशील पोलिंग बूथ चिन्हित हुए हैं
सुरक्षा के लिहाज से नोडल ऑफिसर हुए नियुक्त।
40 से 42 हजार पुलिस फोर्स,।
115 कंपनी अर्ध सैनिक बलों की तैनात होगी।
राज्य से बाहर 5 पुलिस फोर्स की कंपनियां अन्य राज्यों में जाएंगी।
सीमावर्ती 93 चैक प्वाइंट, सुरक्षा कड़ी रहेगी, सीसीटीवी लगा दिए गए हैं।
लाइसेंसी अस्त्र को जमा करने की कार्यवाही कल से शुरू होगी।
समन्वय के लिए रणनीति तैयार है।
लगभग 47 हजार लाइसेंसी अस्त्र पूरे प्रदेश में हैं।
इस बार चुनाव में धन बल को रोकने और अवैध शराब पर लगाम लगाने की चुनौती होगी।
मौके पर ही पकड़ी गई शराब और मनी तत्काल जब्त होगी वहीं पर एंट्री होगी।
दूसरे राज्य से 15 हजार होमगार्ड की डिमांड राज्य ने भेजी है।
2019 में 29 ऐसी जगह चिन्हित हुई थी जहां पर चुनाव का बहिष्कार हुआ था।
2022 में ऐसी कोई जगह नहीं थी जहां बहिष्कार हुआ हो।