देहरादून:- महानगर कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष लालचन्द शर्मा के नेतृत्व में बुधवार को एक प्रतिनिधिमण्डल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपते हुए नगर निगम चुनावों के दृष्टिगत किये गये मनमाने परिसीमन को ठीक किये जाने एवं समयबद्ध रूप से चुनाव कराये जाने की मांग की। साथ ही प्रतिनिधिमण्डल ने नगर निगम चुनावों के लिए सत्ताधारी दल भाजपा के दबाव में गलत तरीके से किये गये वार्डों के परिसीमन पर आपत्ति दर्ज करते हुए निर्वाचन आयोग से मांग की है कि देहरादून नगर निगम के वार्डों का परिसीमन नये सिरे से कराया जाय तथा लोकसभा व विधानसभा चुनाव की भाँति फोटो युक्त मतदाता सूची जारी कराए जाने की मांग की।
राज्य निर्वाचन आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने कहा है कि नगर निकायों के कार्यकाल को समाप्त हुए 9 माह का समय व्यतीत हो चुका है तथा सरकार द्वारा प्रशासकों का कार्यकाल एक बार पुनः बढ़ाते हुए चुनावों को टालने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। नगर निगमों में बिठाये गये प्रशासकों के कार्यकाल को बार-बार बढ़ाये जाने से देहरादून महानगर में सभी प्रकार के निर्माण कार्य अवरूद्ध हैं तथा बोर्ड बैठक में पास हुए कार्यों के कार्यादेश जारी नहीं किये जा रहे हैं जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
लाल चंद शर्मा ने कहा कि मा0 न्यायालय के आदेशों के उपरान्त निर्वाचन विभाग द्वारा आगामी नगर निगम चुनावों के दृष्टिगत किये गये मनमाने परिसीमन पर कांग्रेस पार्टी घोर आपत्ति दर्ज करते हुए अवगत कराना चाहती है कि देहरादून महानगर के सभी 100 वार्डों के परिसीमन को शासन द्वारा स्वीकृति दे दी गई है। लेकिन परिसीमन में उठाई गई आपत्तियां एवं कमियों का निस्तारण नहीं किया गया है। नगर निगम चुनावों के दृष्टिगत किये गये वार्डों के परिसीमन से ऐसा प्रतीत होता है कि वार्डों का परिसीमन मनमाने ढंग से एवं सत्ताधारी भाजपा नेताओं के दबाव में किया गया है। यही नहीं परिसीमन में जनसंख्या के आधार पर आरक्षण के मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है।
पूर्व महानगर अध्यक्ष ने कहा कि देहरादून नगर निगम के प्रत्येक वार्ड के लिए लगभग 8 हजार जनसंख्या का मानक रखा गया है परन्तु कई वार्डों में जनसंख्या 10 हजार से अधिक है। परिसीमन का मनमाने तरीके का पता इससे भी साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी से चुने गये निवर्तमान पार्षदों के वार्डों में भी आबादी का संतुलन ठीक नहीं रखा गया है। उदाहरण स्वरूप; टर्नर रोड वार्ड और उसके बगल के वार्ड में कुछ मोहल्लों को दोनों वार्डों में शामिल किया गया है। यही नहीं वार्डों के परिसीमन में कांग्रेस नेताओं और निवर्तमान पार्षदों द्वारा उठाई गई आपत्तियों का भी ठीक से निस्तारण नहीं किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि निकाय चुनाव हेतु जारी मतदाता सूची फोटो युक्त नहीं है जिससे फर्जी मतदान की आशंका बनी रहती है।
इस मौके पर पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय में दिये गये हलफनामे में सरकार द्वारा अक्टूबर माह में चुनाव कराये जाने की बात स्वीकार की गई है इसके बावजूद प्रशासकों का कार्यकाल पुनः बढ़ाया गया है।
प्रतिनिधिमण्डल में पूर्व विधायक राजकुमार, लालचंद शर्मा, कोमल वोहरा, संगीता गुप्ता, अनूप कुमार, अमित कुमार, अरुण कुमार शर्मा, रमेश कुमार मगू, मोहन गुरंग, मनीष कुमार, दीप वोहारा, निखिल कुमार,अर्जुन सोनकर, महेंद्र रावत, अमित भंडारी, अनिल क्षेत्री, अनुराग गुप्ता, राजेश पंवार आदि शामिल रहे।