देहरादून :- उत्तराखंड लोक विरासत ट्रस्ट के चौथे आयोजन पर पहाड़ के परम्परिक लोकगीत, लोकनृत्य और लोकवाद्यों की प्रस्तुति ने जनता को नाचने पर मजबूर कर दिया। गढ़वाल और कुमाऊं के कलाकारों ने अपनी पारंपरिक वेशभूषा के जरिए प्रदर्शन कर समा बांध लिया। इससे पहले सुबह उत्तराखंड लोक विरासत के कार्यक्रम का शुभारंभ धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, डोईवाला विधायक बृज भूषण गैरोला, निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा, गढ़ रत्न व लोकगायकार नरेंद्र सिंह नेगी, भाजपा नेता अशोक वर्मा, पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने संयुक्त रूप से किया।
हरिद्वार बाईपास रोड स्थित सोशल बलूनी स्कूल में चारधाम अस्पताल के निदेशक डॉक्टर केपी जोशी की ओर से इस बार भी दो दिवसीय उत्तराखंड लोक विरासत का आयोजन किया गया। डॉक्टर जोशी ने कहा कि लोक संस्कृति को बढ़ाने के लिए ये आयोजन किया जाता है।
इस आयोजन में देर शाम सांस्कृतिक संध्या में युवा गायककार रोहित चौहान की ओर से लेटेस्ट गढ़वाली गीत छोरी चंद्रा की प्रस्तुति दी गई। जिसने यहां मौजूद तमाम युवाओं को नाचने पर मजबूर कर दिया। वहीं जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने( ढोल सागर में )जागर की काफी बढ़िया प्रस्तुति देकर लोगों को मंत्र मुग्ध कर दिया। देर शाम गढ़वाल और कुमाऊं से आए कलाकारों की ओर से पारंपरिक वेशभूषा पर प्रदर्शन चलता रहा। इससे पहले लारा लत्ता-र्गेणा पत्ता परम्परागत वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों का प्रदर्शन हुआ। वहीं चीदकोट सलाण की वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों के प्रदर्शन ने लोगों का ध्यान खींचा। इसके साथ ही कलाकारों ने टकनौर घाटी की वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों का प्रदर्शन कर लोगों का दिल जीता। वहीं चमोली, भोटिया जनजाति की वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों का प्रदर्शन भी हुआ। इसके अलावा कुमाउनी वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों का प्रदर्शन हुआ। जनजाति, धारचूला की वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों को लेकर भी कलाकारों ने शो किया। जौनसारी, जाड़ जनजाति उत्तरकाशी वेशभूषा एवं वस्त्र आभूषणों का प्रदर्शन भी मंच पर हुआ। नानक चंद जौनसारी की ओर से महासू की संगत (महासू देवता के वाद्ययंत्र) पर प्रस्तुति दी गई। प्रेम हिंदवाल ग्रुप ने गढ़वाल की भोटिया जनजाति के पौणा, बगड़वाल, मुखौटा नृत्य पेश किया। अभिषेक थपलियाल ने डिजरीडू वादन की प्रस्तुति दी। वहीं हरीश भारती ने गौरागणपति मुखौटा नृत्य, पाण्डव नृत्य, डौर, बुड़देवा, हुड़का थाली वादन किया। इसके अलावा कमला देवी ने राजुला मालूशाही, भगनौल, न्योली, छपेली की शानदार प्रस्तुति लोगों के सामने रखी। डॉक्टर केपी जोशी ने बताया कि आज रविवार को भी कार्यकम जारी रहेगा। आज रविवार शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी कार्यक्रम में शिरकत करेंगें।
पहाड़ी भोज का भी लोगों ने लिया आनंद
कार्यक्रम स्थल में पहाड़ी भोज के स्टॉल भी लगाए गए। तमाम लोगों ने पहाड़ी खाद्य पदार्थों को खाकर आनंद लिया। स्टालों पर काफी भीड़ रहीं। युवक और युवतियों ने पहाड़ी व्यंजनों का भरपूर आनंद लिया। वहीं इस दौरान पहाड़ी उत्पादों की हस्तशिल्प प्रदर्शनी भी लगी। जिसमें पहाड़ी टोपी को लोगों ने खरीदा। अन्य सामान की भी लोगों ने खरीदारी की।