देहरादून :- 1971 के भारत-पाक युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय की 53वीं वर्षगांठ के अवसर पर महानगर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लाल चंद शर्मा ने आज कैंट विधानसभा क्षेत्र के कौलागढ़ में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में 1971 के युद्ध के वीर नायकों और उनके परिवारों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य नागरिकों, पूर्व सैनिकों, और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए लाल चंद शर्मा ने कहा, “1971 का युद्ध भारत के सैन्य इतिहास का स्वर्णिम अध्याय है। इस विजय ने न केवल भारत की सैन्य ताकत को प्रदर्शित किया, बल्कि यह भी साबित किया कि भारत अपने सिद्धांतों और सम्मान के लिए हर चुनौती का डटकर सामना कर सकता है। इस युद्ध में हमारे सैनिकों का शौर्य, बलिदान और अद्वितीय पराक्रम हमेशा हमारी प्रेरणा का स्रोत रहेगा।”
कार्यक्रम के दौरान 1971 के युद्ध में भाग लेने वाले वीर सैनिकों और उनके परिजनों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। शर्मा ने कहा, “इन योद्धाओं ने न केवल युद्धभूमि पर विजय पाई, बल्कि भारत की सीमाओं की रक्षा कर देश की जनता का भविष्य सुरक्षित किया। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
लालचंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि 1971 की विजय कांग्रेस सरकार की दूरदर्शिता और कुशल नेतृत्व का परिणाम थी। उन्होंने कहा, “स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में इस युद्ध के दौरान जो साहस और कूटनीतिक कौशल दिखाया, वह आज भी पूरी दुनिया में प्रशंसा का विषय है। उनकी निर्णायक सोच और भारतीय सेना की अडिग वीरता ने हमें यह ऐतिहासिक विजय दिलाई।
कार्यक्रम में कैंट विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों नागरिक, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, युवा कार्यकर्ता, और स्थानीय निवासी उपस्थित रहे। लोगों ने विजय दिवस को धूमधाम से मनाया और वीर सैनिकों के बलिदानों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर लालचंद शर्मा ने कहा, “यह दिवस न केवल उत्सव का है, बल्कि यह हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें अपने सैनिकों का सम्मान और समर्थन हमेशा बनाए रखना चाहिए। कांग्रेस पार्टी हमेशा से देश की सुरक्षा, सैनिकों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए समर्पित रही है। हम संकल्प लेते हैं कि आने वाली पीढ़ियों को भी 1971 के इस गौरवशाली अध्याय से प्रेरित करेंगे।
इस दौरान श्रीमती सीता थापा पत्नी, शहीद मनोहर थापा, श्रीमती सावित्री देवी पत्नी, शहीद होम बहादुर क्षेत्री, दीपक लिम्बु, बीपी शर्मा, श्रीमती शांति आले, शहीद शिव लाल आले, श्रीमती जून देवी पत्नी, शहीद सहवीर क्षेत्री, आर बी थापा, श्रीमती शीला बस्नेत पत्नी, शहीद सीके बस्नेत को सम्मानित किया गया, अनिल बस्नेत, विपुल नौटियाल, पिया थापा , विजय शाही मौजूद रहे।