देहरादून :- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर जी के खिलाफ की गई टिप्पणियों के विरोध में अखिल भारतीय अम्बेडकर युवा संघ और प्रदेशिय वाल्मीकि समाज कल्याण समिति ने सोमवार को डीएम देहरादून के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन प्रेषित किया। ज्ञापन में संगठन के पदाधिकारियों ने केंद्रीय गृह मंत्री के बयान की कड़ी निंदा की और मांग की कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाए।
कॉंग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा ने कहा कि इस प्रकार की टिप्पणी करना बाबा साहेब के योगदान को नकारने का प्रयास है, जो भारतीय समाज के लिए एक काला धब्बा है। बाबा साहेब अंबेडकर ने भारतीय संविधान को एक मजबूत और समतावादी रूप दिया, जो हमारे समाज को समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे की दिशा में मार्गदर्शन करता है। उनके खिलाफ की गई टिप्पणी न केवल उनके योगदान का अपमान है, बल्कि समावेशी समाज की भावना को भी चोट पहुंचाती है।
लालचंद शर्मा ने कहा कि इस प्रकार के बयान समाज में नफरत और भेदभाव को बढ़ावा देते हैं, जो भारतीय लोकतंत्र और समाज की एकता के लिए खतरे की घंटी है। अखिल भारतीय अम्बेडकर युवा संघ और प्रदेशिय वाल्मीकि समाज कल्याण समिति ने राष्ट्रपति से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की अपील की है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की अनावश्यक और अपमानजनक टिप्पणियों से बचा जा सके। साथ ही लाल चंद शर्मा ने कहा कि “यह बयान न केवल बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान है, बल्कि समग्र भारतीय संविधान और समाज के मूल्यों का अपमान भी है। अगर हम बाबा साहेब के योगदान को नकारने की कोशिश करेंगे, तो हम भारत की सामाजिक एकता और समृद्धि को कमजोर करेंगे। “हम सभी को इस प्रकार के बयान की निंदा करनी चाहिए और बाबा साहेब द्वारा स्थापित सामाजिक न्याय के सिद्धांतों की रक्षा करनी चाहिए।
पूर्व विधायक राजकुमार ने भी कहा कि भारतीय राजनीति में पिछड़े वर्गों, दलितों और समाज के वंचित तबकों को नीचा दिखाने की एक साजिश है। बाबा साहेब अंबेडकर ने हमें समानता का अधिकार दिया, और उनके योगदान को नकारने का प्रयास केवल समाज में नफरत फैलाने का काम करता है। हम इस बयान के खिलाफ पूरी ताकत से आवाज उठाएंगे। दोनों नेताओं ने इस मुद्दे पर पार्टी की ओर से एकजुट होकर समाज के विभिन्न वर्गों के अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प लिया है, और सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस तरह के विभाजनकारी बयानों का विरोध करें।
इस अवसर पर रमेश कुमार मांगू, हरि प्रसाद भट्ट, निखिल कुमार, अर्जुन सोनकर, अनूप कपूर, सोम प्रकाश वाल्मीकि, शिव कुमार, मोहन काला, सुन्नी कुमार सुरेश कुमार परछा, दीपा चौहान, निशा रानी, लेखा राज, आशु, वीरेंद्र बिष्ट, हिमांशु कुमार, ओम प्रकाश ,सुशील कुमार आदि मौजूद रहे।