देहरादून :- पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा एवं पूर्व विधायक राजकुमार के नेतृत्व में महानगर कांग्रेसजनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार से उनके कार्यालय में मुलाकात कर नगर निकाय चुनावों में आचार संहिता का कडाई से पालन किये जाने एवं चुनाव लड रहे प्रत्याशियों के साथ समान बर्ताव किये जाने के संबंध में ज्ञापन प्रेषित किया।
लालचन्द शर्मा ने ज्ञापन में मांग करते हुए कहा कि राज्य में हो रहे निकाय चुनाव और उसके प्रचार आदि को लेकर जारी आदर्श आचार संहिता को सख्ती से लागू कराया जाए। प्रायः देखने में आया है कि भाजपा द्वारा मतदाताओं को लुभाने के लिए कई जगह खुले आम शराब और पैसे बांटे जा रहे हैं। जिससे चुनाव प्रभावित होने की पूरी संभावना है। इस स्थिति को रोकने के लिए लोक सभा और विधान सभा चुनावों की तरह फ्लाइंग दस्ते बनाए जाएं। इसके अलावा सरकार आजकल लोक लुभावनी घोषणाएं कर आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ा रही है। ताकि वोटरों को अपने पक्ष में किया जा सके। राशन की दुकानों में अब खाद्य तेल भी मिलने की घोषणा भी आचार संहिता का उल्लंघन है। इन सभी बातों का तुरंत सख्ती से संज्ञान लेते हुए कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
लालचंद शर्मा ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा निकाय चुनावों के लिए जारी आचार संहिता का शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित कराया जाए। राजनीतिक पार्टियों और प्रत्यशियों द्वारा रोड शो आयोजित करने के लिए संबंधित अधिकारी से पूर्वानुमति लेना अनिवार्य किया जाए। रोड शो के दौरान यह सुनिश्चित किया जाए कि यह सार्वजनिक स्थानों, बड़े अस्पतालों, बाजारों और सार्वजनिक परिवहन मार्गों पर किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न न करे। आदर्श आचार संहिता के तहत चुनाव प्रचार की सामग्री, जैसे पोस्टर, बैनर और वॉल राइटिंग केवल निजी भवनों या दीवारों पर संपत्ति के मालिक की अनुमति से ही लगाई जा सकती हैं। सरकारी और सार्वजनिक संपत्तियों पर किसी भी प्रकार की प्रचार सामग्री न लगाने दी जाएं। निर्वाचन आयोग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर भी पैनी निगरानी रखे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी प्रत्याशी या राजनीतिक दल आचार संहिता का उल्लंघन न करे।
कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि प्रायः देखने में आ रहा है कि देहरादून रिटर्निंग अधिकारी द्वारा सत्ताधारी दल तथा विपक्षी दलों के प्रत्याशियों के साथ अलग-अलग तरह का बर्ताव किया जा रहा है। चुनाव लड रहे प्रत्याशियों द्वारा रोज के चुनावी खर्च का हिसाब देने पर रिटर्निंग अधिकारी द्वारा उन्हें कई घंटे तक कार्यालय में बिठाकर उनका समय बर्बाद किया जा रहा है। राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों द्वारा किए जा रहे चुनावी खर्च की निर्धारित सीमा पर नजर रखने के साथ ही सभी पार्टियों के प्रत्याशियों के साथ समान बर्ताव किया जाना चाहिए।
ज्ञापन देने वालों में पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचन्द शर्मा, पूर्व विधायक राजकुमार, पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम नीनू सहगल, पूर्व प्रदेश सचिव आनंद त्यागी शामिल रहे।