देहरादून :- नेशनल हेराल्ड केस में चार्जशीट के खिलाफ देश भर में ईडी दफ्तरों के बाहर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। कॉंग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार द्वारा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं सांसद राहुल गांधी पर ईडी के माध्यम से की गई कार्रवाई लोकतंत्र, संविधान और विपक्ष की आवाज़ पर सीधा हमला है। यह कार्रवाई कानून का नहीं, बल्कि सत्ता का दुरुपयोग है—राजनीतिक प्रतिशोध की चरम सीमा है।
नेशनल हेराल्ड जैसे ऐतिहासिक और राष्ट्रीय आंदोलन से जुड़े अखबार को बदनाम करने का कुत्सित प्रयास भाजपा की उस मानसिकता को उजागर करता है, जो देश के स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों से नफरत करती है। यह वही भाजपा है, जिसने आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा नहीं लिया और अब आज़ादी के प्रतीकों को मिटाने पर तुली है।
लालचंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह विपक्ष को डराने, दबाने और बदनाम करने की जो साजिशें रच रहे हैं, वो अब देश की जनता से छिपी नहीं हैं। ईडी, सीबीआई और आईटी जैसे संवैधानिक संस्थानों को भाजपा ने अपनी ‘राजनीतिक तोप’ बना लिया है, जिसका मुंह सिर्फ विपक्ष की ओर होता है।
हम स्पष्ट करना चाहते हैं—कांग्रेस न तो झुकेगी, न डरेगी।
राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार, अधिनायकवाद और पूंजीपरस्त नीतियों के खिलाफ जो संघर्ष छेड़ा है, उसे दबाने की हर कोशिश का हम मुँहतोड़ जवाब देंगे। देश देख रहा है कि किस तरह भाजपा लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने पर आमादा है।
लालचंद शर्मा ने कहा कि हम हर गली, हर गांव, हर मंच से यह आवाज़ उठाएंगे कि “ईडी-सीबीआई के डर से कांग्रेस का सच्चा सिपाही कभी पीछे नहीं हटेगा।” हम यह लड़ाई सड़कों से संसद तक और अदालतों से जनता की अदालत तक लड़ेंगे।

