देहरादून:- धरती पर बैकुंठ धाम कहे जाने वाले भगवान बद्री विशाल के अभिषेक के लिए नरेंद्रनगर के राज महल में टिहरी की सांसद व महारानी राजलक्ष्मी शाह की अगुवाई में व्रत रखने के साथ, पीला वस्त्र धारण कर सुहागिन महिलाओं द्वारा मूसल-ओखली व सिलबट्टे से तिलों का तेल पिरोया गया। भगवान बद्रीनाथ के अभिषेक के लिए टिहरी राजदरबार नरेन्द्रनगर में सुहागिन महिलाओं ने पिरोया तिलों का तेल। गाडू घड़ा तेल कलश यात्रा आज सायं को हुई रवाना।
राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल ने पौराणिक परंपरानुसार महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह के हाथों विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना करवाते हुए तिलों का तेल पिरोने की शुरुआत की।इस भव्य कार्यक्रम के लिए राजमहल को साफ-सफाई के साथ फूल-मालाओं से सजाया व संवारा गया। भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट 12 मई प्रातः 6:00 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। डिम्मर समुदाय के ब्राह्मणों द्वारा तैयार किया गया भोग तीर कलश पर चढ़ाने व पूजा अर्चना के अवसर पर महाराजा मनु जयेंद्र शाह, महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह व पुत्री श्रीजा सहित कई लोग उपस्थित थे।
इस अवसर पर महारानी माला राजलक्ष्मी शाह ने विश्व शांति समृद्धि की कामना करते हुए , सच्चे मन से जो भी श्रद्धालु भगवान बद्री नाथ के दर्शन करने जाते हैं उनकी मनोकामना पूर्ण होती है। उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को चारों धाम की यात्रा करने की अपील की है।
इस अवसर पर टिहरी नरेश महाराजा मनुजेंद्र शाह ने यात्रा की सफलता के लिए बद्री विशाल से कामना करते हुए कहा कि उन्होंने लोगों से अधिक से अधिक संख्या में चार धाम यात्रा पर आने की अपील की।