देहरादून:- प्रदेश में लगातार जंगल की बढ़ती आग की घटनाओं को लेकर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने धामी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हिमालयी क्षेत्र के जंगलों में आग से ग्लेशियरों पर भी संकट मंडरा रहा है। पर्यावरणीय दृष्टि से यह अत्यंत हानिकारक है। वन और आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी हैरान करने वाली है। नेता प्रतिपक्ष आर्य ने अपने शासकीय आवास में पत्रकारों से बातचीत कर कहा कि प्रदेश में पिछले कई वर्षों से गर्मियों और सर्दियों में वन लगातार धधक रहे हैं। अप्रैल के पहले सप्ताह में स्थिति इतनी भयावह हो गई कि सैकड़ों हेक्टेयर वन जल गए और हजारों हेक्टेयर पर खतरा मंडरा रहा है। यह हानि चिंता का विषय है। वनाग्नि से अमूल्य वन संपदा के साथ वन्य जीव, वृक्ष, वनस्पतियों, जल स्रोत बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। ग्रामीण बस्तियों तक आग पहुंचने से मवेशियों पर भी संकट है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार ने कुछ समय पहले बड़ी संख्या में फायरवाचर की भर्ती पर बल दिया था, लेकिन ये भर्तियां दिखाई नहीं दे रही हैं। वन विभाग व उसकी अग्निशमन शाखा की तैयारी इस बार शून्य है। प्रदेश में 67 प्रतिशत जंगल हैं। पर्यावरण संरक्षण के साथ पर्यटन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। इससे स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार के पास इस समस्या को लेकर दृष्टि का अभाव होना दुर्भाग्यपूर्ण है।