देहरादून:- गुरुवार को अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा उत्तराखण्ड ने जिलाधिकारी देहरादून के माध्यम से सम्मानित राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और सड़कों के निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का ना पाया जाना और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी व खेद प्रकट करते हुए कहा कि अयोध्या नगरी में कई हजार करोड़ की लागत से प्रभु भगवान श्री राम जी का भव्य मंदिर का निर्माण हुआ जो आज देशवासियों के लिए बहुत खुशी का संदेश और आस्था का केंद्र बना है। हजारों भक्तजन वहां श्रद्धा और आस्था लेकर पहुंच रहे हैं भगवान श्रीराम जी के दर्शन के लिए लालायत हैं। सभी भक्तों की आस्था को समझते हुए निर्माण कार्य संपन्न हुआ है लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों व कंपनी द्वारा लिए गए टेंडर के सहायकों द्वारा जो गुणवत्ता देखने को मिली है उससे ब्राह्मण समाज बहुत दुखी है। मानसून की पहली बरसात में कार्यों की धज्जियां उड़ रही हैं। अयोध्या नगरी में रामपथ जो कि लगभग 13 किलोमीटर में बनाई है।जिसकी लागत 844 करोड़ रुपए लागत से तैयार हुआ है मानसून की पहली बरसात में सड़क में 8 फीट के गहरे गड्ढे कही जगह हो गए हैं जिसे कई न्यूज चैनल के माध्यम से देखने को मिले है। साथ ही अयोध्या मंदिर में छत का चुना बहुत दुखदायी है। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा उत्तराखंड आपसे निवेदन करता है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही कर सजा दिलवाकर सभी भक्तो को संदेश देकर कार्रवाई करने में सहयोग प्रदान करें।
ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से मनमोहन शर्मा अध्यक्ष अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा उत्तराखंड, महासभा संरक्षक लालचंद शर्मा, शशि कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष महेश कोठारी, पूनम, सुमित विलियम, दिवेश उनियाल प्रमुख रूप से उपस्थित रहे