देहरादून:- रविवार को गुरु पूर्णिमा का पर्व सभी भक्त जनों द्वारा बड़ी उल्लास के साथ मनाया गया प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए मनमोहन शर्मा ने कहा कि पौराणिक मान्यता के अनुसार गुरु पूर्णिमा को महाभारत के रचयिता वेद व्यास का जन्म दिवस मनाया जाता है। उनके सम्मान में इस दिन को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। शास्त्रों में यह भी कहा जाता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन ही महर्षि वेदव्यास ने चारों वेद की रचना की थी और इसी कारण से उनका नाम वेद व्यास पड़ा।
मनमोहन शर्मा ने कहा कि डी ब्लॉक कॉलोनी में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विधि विधान द्वारा शक्तिपुत्र सुभाष सरस्वती जी द्वारा गुरु पूर्णिमा का आयोजन किया गया जिसमें 10 फलों का कलश स्थापित कर उनकी पूजा हुई और पूजा विधि विधान से संपन्न उसके उपरांत सभी ने हवन यज्ञ किया।
इस अवसर पर लालचंद शर्मा ने कहा कि भारत में प्राचीन काल से ही गुरुओं की भूमिका काफी अहम रही है। चाहे प्राचीन कालीन सभ्यता हो या आधुनिक दौर, समाज के निर्माण में गुरुओं की भूमिका को अहम माना गया है। और आज गुरु पूर्णिमा के दिन हम सब ने अपने-अपने गुरुओ का स्मरण करते हुए पूजा पाठ कर यज्ञ का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर लालचंद शर्मा, मनमोहन शर्मा, शशि शर्मा, अवनीश कांत शर्मा, संजय गर्ग, दीपक जगन्नाथ युवा सेवा दल सुनील आदि उपस्थित रहे।