Breaking News
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की, पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन किए अर्पित।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भारत रत्न बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की, पुण्य तिथि पर उनके चित्र पर श्रद्धासुमन किए अर्पित।
दैनिक वेतन संविदा नियत वेतन अंशकालिक, तथा तदर्थ रूप में नियुक्त कार्मिकों का विनियमितीकरण नियमावली जारी।
दैनिक वेतन संविदा नियत वेतन अंशकालिक, तथा तदर्थ रूप में नियुक्त कार्मिकों का विनियमितीकरण नियमावली जारी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्वीकृति के क्रम में, गन्ना की मूल्य वृद्धि का शासनादेश हुआ जारी। 
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की स्वीकृति के क्रम में, गन्ना की मूल्य वृद्धि का शासनादेश हुआ जारी। 
डीएम सविन बंसल ने रायपुर में, EVM-VVPAT वेयरहाउस का निर्धारित, प्रोटोकॉल के अनुरूप त्रैमासिक किया निरीक्षण।
डीएम सविन बंसल ने रायपुर में, EVM-VVPAT वेयरहाउस का निर्धारित, प्रोटोकॉल के अनुरूप त्रैमासिक किया निरीक्षण।
मुख्यमंत्री धामी का सख्त निर्देश, हर माह की 5 तारीख तक समाज कल्याण की, सभी पेंशन अनिवार्य रूप से पहुँचेगी खातों में।
मुख्यमंत्री धामी का सख्त निर्देश, हर माह की 5 तारीख तक समाज कल्याण की, सभी पेंशन अनिवार्य रूप से पहुँचेगी खातों में।
दिव्यांग शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की होगी जांच, गलत लाभ लेने वालों पर होगी कठोर कार्यवाही, डॉ. धन सिंह रावत।
दिव्यांग शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की होगी जांच, गलत लाभ लेने वालों पर होगी कठोर कार्यवाही, डॉ. धन सिंह रावत।
मुख्यमंत्री द्वारा प्रदत्त निर्देशों के क्रम में, सूचना महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित समितियों द्वारा, पत्रकारों के कल्याण एवं सम्मान के लिए महत्वपूर्ण निर्णय।
मुख्यमंत्री द्वारा प्रदत्त निर्देशों के क्रम में, सूचना महानिदेशक की अध्यक्षता में गठित समितियों द्वारा, पत्रकारों के कल्याण एवं सम्मान के लिए महत्वपूर्ण निर्णय।
शक्ति कॉलोनी में स्वीकृत लागत, ₹303.46 लाख की सीवरेज योजना का किया शिलान्यास, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी।
शक्ति कॉलोनी में स्वीकृत लागत, ₹303.46 लाख की सीवरेज योजना का किया शिलान्यास, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से, परिवीक्षाधीन पीसीएस अधिकारियों ने की भेंट।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से, परिवीक्षाधीन पीसीएस अधिकारियों ने की भेंट।

संसद के बजट सत्र में चर्चा: चुनाव लड़ने की न्यूनतम उम्र घटाने की मांग

संसद के बजट सत्र में चर्चा: चुनाव लड़ने की न्यूनतम उम्र घटाने की मांग

नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र इस समय चल रहा है और यह 12 अगस्त तक जारी रहेगा। इस बार के बजट सत्र में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय भारत के राजनेताओं और जनसंख्या की औसत उम्र के बीच असमानता है। राज्यसभा में आम आदमी पार्टी (आप) के सांसद राघव चड्ढा ने गुरुवार को चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम उम्र 25 से घटाकर 21 करने की मांग की है। राघव चड्ढा खुद सबसे कम उम्र के सांसदों में से एक हैं और उनकी उम्र 35 साल है।

उम्र के आंकड़े और संसद का प्रतिनिधित्व
राघव चड्ढा ने कहा, “हमारे देश की 65% आबादी 35 साल से कम और 50% आबादी 25 साल से कम उम्र की है।” उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि आजादी के बाद जब पहली लोकसभा चुनी गई थी, तब 26% सदस्य 40 साल से कम उम्र के थे। इसके विपरीत, हाल ही में चुनी गई 18वीं लोकसभा में केवल 12% सदस्य 40 साल से कम उम्र के हैं।

वर्तमान लोकसभा की औसत उम्र
वर्तमान लोकसभा अब तक की सबसे उम्रदराज़ लोकसभा है, जिसमें सांसदों की औसत उम्र 56 साल है। इस बार की लोकसभा में सिर्फ 25 सांसद 35 साल या उससे कम उम्र के हैं, जिनमें से केवल सात 30 वर्ष से कम आयु के हैं। दो-तिहाई से ज्यादा सांसद 50 से अधिक उम्र के हैं। 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले, 1999 के चुनावों के बाद सबसे अधिक औसत आयु 55.5 साल दर्ज की गई थी, जबकि वर्तमान लोकसभा में सांसदों की औसत आयु 56 के रिकॉर्ड स्तर पर है।

पिछली लोकसभाओं का आंकड़ा
पिछली दो लोकसभाओं में 35 वर्ष से कम आयु के सांसदों की संख्या काफी कम रही है। 2019 में 21 और 2009 में 22 सांसद 35 साल से कम उम्र के थे। पहली लोकसभा के बाद से 35 या उससे कम उम्र के सांसदों की संख्या में लगातार गिरावट आई है।

सबसे युवा सदन का रिकॉर्ड
1998 में सांसदों की औसत उम्र 46.4 वर्ष थी, जिससे उस साल सबसे युवा सदन का रिकॉर्ड दर्ज किया गया था।

चुनाव लड़ने की उम्र घटाने का प्रस्ताव
पार्लियामेंटरी स्टैंडिंग कमेटी ऑन पर्सनल, पब्लिक ग्रिवेंस, लॉ एंड जस्टिस ने पिछले अगस्त में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम आयु 25 से घटाकर 18 करने की सिफारिश की थी। 1952 में पहली लोकसभा चुनी गई थी, तब सांसदों की औसत आयु 46.5 वर्ष थी, जो रिकॉर्ड पर दूसरी सबसे कम उम्र थी। तब 82 सांसद थे जिनकी उम्र 40 या उससे कम थी, और कोई भी सांसद 70 से अधिक उम्र का नहीं था।

संविधान सभा की बहस
संविधान सभा की बहस से पता चलता है कि भारत के शुरुआती नेता सांसद बनने के लिए कम उम्र के पक्ष में थे, यह सुझाव देते हुए कि चुनाव लड़ने की उम्र कम करने का प्रस्ताव एक लंबे समय से चर्चा का विषय रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top