देहरादून :- महानगर कांग्रेस कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष लालचन्द शर्मा ने एक बयान जारी कर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा सदन में पेश किए गए बजट पर निराशा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने एक बार फिर से उत्तराखंड राज्य की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि बजट में बिहार राज्य को महत्व दिया गया है।
लालचंद शर्मा ने कहा कि यह देश किसानों का है और आज भी कई लोग गांव में निवास करते हैं और भारतवर्ष विश्व में किसान देश के नाम से भी जाना जाता है लेकिन यह बहुत दुःख की बात है की आज जो बजट पेश किया गया उसमें किसानों की अनदेखी की गई, उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा निरंतर किसानों पर अत्याचार किए जा रहे हैं।साथ ही कहा कि कहा कि बजट में राज्यों की भागीदारी के साथ ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’की गई है। उन्होंने कहा कि इसके अंतर्गत सौ जिलों को शामिल किया गया है जहां उत्पादन में वृद्धि, फसल विविधता अपनाने, फसल कटाई के बाद भंडारण बढ़ाने, सिंचाई की सुविधाओं में सुधार करने, दीर्घ-अवधि और लघु-अवधि, ऋण की उपलब्धता को सुविधाजनक बनाने का लक्ष्य रखा गया लेकिन किसानों की उपेक्षा की गई है।
लालचंद शर्मा ने कहा कि राज्यों की भागीदारी से एक व्यापक बहु-क्षेत्रीय ‘ग्रामीण सम्पन्नता और अनुकूलन निर्माण’ कार्यक्रम प्रारम्भ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे कौशल, निवेश, प्रौद्योगिकी के माध्यम से कृषि में कम रोजगार का समाधान होगा और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में नई जान आएगी का हवाला दिया गया है। उन्होंने कहा कि आज का भारत युवा भारत है क्योंकि यहां ज्यादातर युवा है लेकिन फिर भी युवाओं की अनदेखी की गई जोकि निंदनीय है। युवाओं ने जिस आशा उम्मीद के साथ चुनाव में मत दिया क्या आप उन वायदों से मुकर नहीं रहे है। उन्होंने कहा कि ग्रहणियों को भी इस बजट में अनदेखा किया गया है, उनके लिए कोई भी ऐसी सौगात नहीं है जिससे वह इस बढ़ती महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कोई कार्ययोजना बना सकें।
लालचंद शर्मा ने कहा कि मिडिल क्लास और लोअर मिडल क्लास के लिए यह बजट निराशाजनक है, और इस बजट में केवल उद्योगपतियों पूंजीपतियों का ध्यान रखा गया है, जो कि भविष्य के लिए ठीक नहीं है, और इस बजट में भी उसने पूंजीपतियों का ही ध्यान रखा है, जो कि निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि इस बजट ने एक बार फिर से उत्तराखंड को निराश किया गया है।

